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Friday, May 29, 2020

Meri Pyari Ekaa

वो आती सुहाने खयालों की तरह
जवाबों में लिपटे सवालों की तरह
नजदीक जाने की वजह ढूंढ़ता हूं 
मै नजरें मिलाने की जिरह ढूंढ़ता हूं

खिलखिलाहट में उसकी रम सा गया था
हंसी देख उसकी, सब थम सा गया था
वो ज़ुल्फो में छुपती करिश्माई आंखें
करे वो शरारत बस नजरें झुका के 

पायल की छम छम से दिल जीत लेना 
वो बातें मनाने को मुंह भींच लेना 
घर जाते ही उसका मेरे पास आना
उसके लिपटते ही गम भूल जाना 

वो जीवन में आयी है बारिश की भांति
वो ही मेरे जीवन में खुशियों की सांची
वो ही मेरे जीवन की अनुपम सी रेखा 
हम सबको प्यारी हो तुम मेरी एका ।।।।

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